Sunday 2 August 2015

याकूब मेमन

याकूब मेमन 
जिसको 30 जुलाई को 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी याकूब मेमन को महाराष्ट्र की नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गई थी, जिसका काफी विरोध किया गया था। मुंबई बम ब्लास्ट के गुनाहगार याकूब मेमन की ब्रहस्पतिवार को फांसी के साथ ही सियासी घमासान का दौर भी तेज हो गया | याकूब को मौत की सजा से माफ़ी देने के मामले में राष्ट्रपति को सौपे गए ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालो में भाजपा संसद शत्रुधन सिन्हा भी शामिल थे | सुप्रीम कोर्ट ने १९९३ के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के गुनाहगार याकूब मेमन के डेथ वारंट के खिलाफ दायर याचिका ठुकरा कर उसे फांसी पर लटकाने का रास्ता साफ कर दिया है | फांसी से बचने के अंतिम उपाय के तौर पर याकूब ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास नए सिरे से दया याचिका भेजी थी | इस पर राष्ट्रपति ने सरकार से सलाह मांगी और सरकार ने याचिका ख़ारिज करने की सिफारिश कर दी | उसके बाद राष्ट्रपति ने गृहमंत्री , गृह्सचिव और सालिसीटर जनरल से ढाई-घंटे तक विचार-विमर्श किया और देर रात यह याचिका ख़ारिज कर दी | ५३ साल के याकूब मेमन को ब्रहस्पतिवार को नागपुर सेन्ट्रल जेल में सुबह सात बजे फांसी की तैयारी को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सुरक्षा अलर्ट जारी कर  दिया है | हालाँकि देर रात याकूब के वकील फांसी पर स्टे के लिए फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए | उनका तर्क था कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा- निर्देशों के मुताविक दया याचिका ख़ारिज होने के बाद फांसी के लिए १४ दिन की मोहलत दी जानी चाहिए |सरकार ने कहा की दाऊद और टाईगर को दबोचने में नहीं परहेज करेंगे | सरकार ने संकेत दिया है कि इस मामले में आक्रामक रुख अपनाया जाए। शनिवार को गृहमंत्रालय में आतंकवाद पर होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में इस मसले पर अहम फैसला होने की उम्मीद है। साथ ही सरकार इस संभावना पर गंभीरता से विचार कर रही है कि याकूब की फांसी का बदला लेने के नाम पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई एक बार फिर अंडरवर्ल्ड का इस्तेमाल कर सकता है। गृहमंत्रालय को अंदेशा है कि याकूब की फांसी को लेकर उठा राजनीति विवाद आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकता है। सीबीआई और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इन सभी ने अलग अलग देशों में पनाह ले रखा है। गौरतलब है कि मुंबई सीरियल धमाके में कुल 123 आरोपी हैं। इस मामले में दाऊद इब्राहिम, अनीस इब्राहिम, याकूब का भाई टाईगर मेमन, मोहम्मद दोसा, ताहिर मर्चेंट, अब्दुल कयूम और अजीज बिलखिया समेत 35 आरोपी फरार हैं। जहां तक दाऊद और उसके भाई अनीस का सवाल है यह दोनों पाकिस्तान में हैं जिसका सबूत भारत कई बार दे चुका है।अमेरिका की ओर से दाऊद के खिलाफ तमाम सख्ती के बावजूद उस तक पहुंचने में सफलता हासिल नहीं हो पाई है। 

याकूब मेमन

याकूब मेमन 

नई दिल्ली
जिसको 30 जुलाई को 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी याकूब मेमन को महाराष्ट्र की नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गई थी, जिसका काफी विरोध किया गया था। मुंबई बम ब्लास्ट के गुनाहगार याकूब मेमन की ब्रहस्पतिवार को फांसी के साथ ही सियासी घमासान का दौर भी तेज हो गया | याकूब को मौत की सजा से माफ़ी देने के मामले में राष्ट्रपति को सौपे गए ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालो में भाजपा संसद शत्रुधन सिन्हा भी शामिल थे | सुप्रीम कोर्ट ने १९९३ के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के गुनाहगार याकूब मेमन के डेथ वारंट के खिलाफ दायर याचिका ठुकरा कर उसे फांसी पर लटकाने का रास्ता साफ कर दिया है | फांसी से बचने के अंतिम उपाय के तौर पर याकूब ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास नए सिरे से दया याचिका भेजी थी | इस पर राष्ट्रपति ने सरकार से सलाह मांगी और सरकार ने याचिका ख़ारिज करने की सिफारिश कर दी | उसके बाद राष्ट्रपति ने गृहमंत्री , गृह्सचिव और सालिसीटर जनरल से ढाई-घंटे तक विचार-विमर्श किया और देर रात यह याचिका ख़ारिज कर दी | ५३ साल के याकूब मेमन को ब्रहस्पतिवार को नागपुर सेन्ट्रल जेल में सुबह सात बजे फांसी की तैयारी को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सुरक्षा अलर्ट जारी कर  दिया है | हालाँकि देर रात याकूब के वकील फांसी पर स्टे के लिए फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए | उनका तर्क था कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा- निर्देशों के मुताविक दया याचिका ख़ारिज होने के बाद फांसी के लिए १४ दिन की मोहलत दी जानी चाहिए |सरकार ने कहा की दाऊद और टाईगर को दबोचने में नहीं परहेज करेंगे | सरकार ने संकेत दिया है कि इस मामले में आक्रामक रुख अपनायाजाए। शनिवार को गृहमंत्रालय में आतंकवाद पर होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में इस मसले पर अहम फैसला होने की उम्मीद है। साथ ही सरकार इस संभावना पर गंभीरता से विचार कर रही है कि याकूब की फांसी का बदला लेने के नाम पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई एक बार फिर अंडरवर्ल्ड का इस्तेमाल कर सकता है। गृहमंत्रालय को अंदेशा है कि याकूब की फांसी को लेकर उठा राजनीति विवाद आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकता है। सीबीआई और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इन सभी ने अलग अलग देशों में पनाह ले रखा है। गौरतलब है कि मुंबई सीरियल धमाके में कुल 123 आरोपी हैं। इस मामले में दाऊद इब्राहिम, अनीस इब्राहिम, याकूब का भाई टाईगर मेमन, मोहम्मद दोसा, ताहिर मर्चेंट, अब्दुल कयूम और अजीज बिलखिया समेत 35 आरोपी फरार हैं। जहां तक दाऊद और उसके भाई अनीस का सवाल है यह दोनों पाकिस्तान में हैं जिसका सबूत भारत कई बार दे चुका है।अमेरिका की ओर से दाऊद के खिलाफ तमाम सख्ती के बावजूद उस तक पहुंचने में सफलता हासिल नहीं हो पाई है।